अगली सुबह फिर से मिली जुली सभी खबरों को लेकर अखबार आया I अगली सुबह फिर से मिली जुली सभी खबरों को लेकर अखबार आया I
आज अचानक कागज के कुछ पुराने टुकड़े मिले, ऐसा लगा बरसों बाद वो हमें आज फिर से मिले । आज अचानक कागज के कुछ पुराने टुकड़े मिले, ऐसा लगा बरसों बाद वो हमें आज फिर से ...
फर्क करते हुये सूचना और सन्देश में आज तो बस इतना ही। फर्क करते हुये सूचना और सन्देश में आज तो बस इतना ही।
क्या हम सच में कह सकते हैं कि मेरा देश आज़ाद है? क्या हम सच में कह सकते हैं कि मेरा देश आज़ाद है?
पत्नी तक का दर्जा दिलाते हैं जुल्म करने पर ना कोई हिचकिचाते हैं पत्नी तक का दर्जा दिलाते हैं जुल्म करने पर ना कोई हिचकिचाते हैं
सब भूल कर फिर दाव पर मैं आँसू ही लगाने के लिए बैठा रहा। सब भूल कर फिर दाव पर मैं आँसू ही लगाने के लिए बैठा रहा।